जब यौवन पर आती
नदियाँ
मछलियाँ तब नदी
के प्रवाह के
विपरीत प्रवाह
पर तैरती
छोटी -छोटी
धाराओं पर
चढ़ जाती सीधे
*
नदियाँ मिलना
चाहती
समुद्र से
मछलियाँ देखना
चाहती
नदियों का उद्गम
*
सागर से मिलती
जब नदियाँ
लाती साथ में
कूड़ा करकट
सागर को बताने
ऐसे हो जाती है
दूषित
प्रदूषण फैलाने वालों
इंसानों से
*
जल को स्वच्छ
बनाने के लिए
बहकर /कहकर जाती
नदियाँ
मछलियों से
बस तुम ही तो हो
मुझे स्वच्छ
बनाने वाली और
तुम्हारे सहारे
ही
मैं रहूंगी भी
कुछ समय जीवित
*
तब तक
जब तक तुम रहोगी
मेरे जल में
मेरे साथ
*
संजय वर्मा
"दृष्टि
"
125,शहीद भगत सिंह मार्ग
मनावर (धार )
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