आजाद की मातृभूमि
शहीदों की क़ुरबानी से

हुआ देश आजाद हमारा है
लहराता यहाँ जब तिरंगा

लगता कितना प्यारा है
कश्मीर से कन्याकुमारी तक

भारत को सबने संवारा
मिली आजादी से भारत

अब लगता कितना प्याराबहती गंगा-जमुना सी नदियाँ
यहाँ की पावन धारा हैलहराता यहाँ जब तिरंगा

लगता कितना प्यारा हैशहीदों की क़ुरबानी से
हुआ देश आजाद हमारा हैसत्य अहिंसा के पथ चलकर

विश्वशांति को पुकारामातृभूमि का वंदन करके
शहीदों ने हम सबको ताराखुली बेड़ियाँ शहीदों  से

अब तो स्वत्रंता ही सहारा हैलहराता यहाँ जब तिरंगा
लगता कितना प्यारा है शहीदों की क़ुरबानी से

हुआ देश आजाद हमारा है वन्दे मातरम के नारों को
मिलकर सबने पुकारा भारत देश के कर्णधारों को

तब भारत माँ ने दुलारा देखों "आजाद " की मातृभूमि का
भाभरा लगता प्यारा है लहराता यहाँ जब तिरंगा

लगता कितना प्यारा है शहीदों की क़ुरबानी से
हुआ देश आजाद हमारा है
                   

संजय वर्मा "दृष्टि  "
125,शहीद भगत सिंह मार्ग
मनावर (धार )

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